प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना देश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए राहत लेकर आई थी। इस योजना के जरिए सरकार हर साल पात्र किसानों को आर्थिक सहायता देती है, जिससे वे अपनी खेती से जुड़ी जरूरतें पूरी कर सकें। इस योजना के तहत तीन किस्तों में ₹6000 की राशि दी जाती है। वर्तमान में किसान 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं और अब सभी की नजरें सरकार की अगली घोषणा पर टिकी हुई हैं।
हर बार की तरह इस बार भी किसान उम्मीद कर रहे हैं कि पैसा तय समय पर मिलेगा, लेकिन जुलाई का आधा महीना बीत चुका है और अभी तक किस्त जारी नहीं हुई है। किसानों में इसे लेकर चिंता भी देखी जा रही है, क्योंकि यह राशि उनके लिए बेहद जरूरी होती है।
Pm Kisan 20th Installment
Pm Kisan 20th Installment को लेकर देशभर के किसानों के मन में कई सवाल हैं। वे जानना चाहते हैं कि यह राशि कब आएगी, किन लोगों को मिलेगी और कैसे इसके लिए पात्रता सुनिश्चित की जा सकती है। इस किस्त का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने जरूरी प्रक्रिया पूरी की है। सरकार की ओर से अब तक कोई निश्चित तारीख नहीं बताई गई है, लेकिन ऐसी संभावनाएं हैं कि जल्द ही इसकी घोषणा हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई 2025 को बिहार के मोतिहारी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। माना जा रहा है कि इसी दिन प्रधानमंत्री किसानों को 20वीं किस्त का तोहफा दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है, तो 18 जुलाई से किस्त की राशि सीधे किसानों के खातों में ट्रांसफर होना शुरू हो सकती है।
किसानों को यह ध्यान रखना होगा कि यदि उन्होंने अपनी जानकारी समय रहते अपडेट नहीं की, तो उन्हें इस किस्त का पैसा नहीं मिल पाएगा। खासकर ई-केवाईसी को लेकर सख्ती बरती जा रही है, और सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि बिना ई-केवाईसी किसी भी किसान को भुगतान नहीं मिलेगा।
योजना की विशेषताएं और लाभ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की सबसे खास बात यह है कि इसके तहत सीधे किसानों के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं। यह राशि तीन बार में दी जाती है, जिससे किसानों को साल में तीन बार राहत मिलती है। हर बार ₹2000 की किस्त चार महीने के अंतराल पर दी जाती है।
इस योजना का उद्देश्य छोटे किसानों को खेती से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने में मदद करना है। इस योजना के जरिए सरकार किसानों को बिना किसी बिचौलिए के सीधे आर्थिक लाभ पहुंचाती है। यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है और हर लाभार्थी को समय पर भुगतान मिल पाता है।
20वीं किस्त की संभावित तारीख
पिछले साल जून में किस्त जारी हुई थी, इसलिए इस बार भी यही उम्मीद की जा रही थी कि जून में ही 20वीं किस्त किसानों के खाते में आ जाएगी। लेकिन जुलाई का आधा महीना बीत जाने के बाद अब तक भुगतान नहीं हुआ है। ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को बिहार के मोतिहारी में एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे, और इस दौरान वे 20वीं किस्त की घोषणा कर सकते हैं।
अगर ऐसा होता है, तो बड़ी संख्या में किसानों को उसी दिन से पैसा मिलना शुरू हो सकता है। किसानों के लिए यह राहत भरी खबर हो सकती है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि सभी पात्र किसान अपना ई-केवाईसी समय रहते पूरा कर लें।
ई-केवाईसी की अनिवार्यता
सरकार ने साफ कर दिया है कि पीएम किसान योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर ली है। पहले की किस्तों में जिन किसानों का ई-केवाईसी अधूरा था, उन्हें पैसा नहीं मिला था। इसी को देखते हुए अब सरकार और ज्यादा सख्ती बरत रही है।
ई-केवाईसी की प्रक्रिया आसान है और इसे दो तरीकों से पूरा किया जा सकता है। पहला तरीका है ऑनलाइन, जिसमें किसान पीएम किसान की वेबसाइट पर जाकर ओटीपी के जरिए ई-केवाईसी कर सकते हैं। दूसरा तरीका है नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर बायोमेट्रिक प्रक्रिया के जरिए ई-केवाईसी कराना। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी एक विकल्प का चुनाव करें और यह प्रक्रिया जल्दी पूरी करें।
ई-केवाईसी कैसे करें
ई-केवाईसी कराने के लिए किसान को अपने आधार कार्ड से जुड़ा मोबाइल नंबर जरूरी होगा। अगर आपके पास यह सुविधा है तो आप घर बैठे भी पीएम किसान की वेबसाइट पर जाकर ओटीपी के जरिए प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। वेबसाइट पर दिए गए ई-केवाईसी विकल्प में जाकर आधार नंबर डालें और मोबाइल पर आए ओटीपी को दर्ज करें।
यदि आपके आधार से मोबाइल लिंक नहीं है, तो आपको नजदीकी CSC केंद्र जाना होगा। वहां बायोमेट्रिक तरीके से ई-केवाईसी की जाएगी, जिसके लिए आपको आधार कार्ड साथ लेकर जाना होगा। प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद आपकी जानकारी अपडेट हो जाएगी और आप अगली किस्त के लिए पात्र हो जाएंगे।
लाभार्थी स्थिति की जांच
कई बार किसान यह जानना चाहते हैं कि उनका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं। इसके लिए पीएम किसान की वेबसाइट पर “लाभार्थी स्थिति” का विकल्प उपलब्ध है। किसान कॉर्नर सेक्शन में जाकर अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या आधार नंबर डालें और ओटीपी के जरिए लॉगिन करें। इसके बाद आप यह देख सकते हैं कि आपका नाम किस्त पाने वालों की सूची में है या नहीं।
यह जानकारी किसानों के लिए काफी जरूरी है, क्योंकि इससे वे समय रहते जान सकते हैं कि उन्हें किस्त मिलेगी या नहीं। यदि कोई जानकारी गलत पाई जाती है, तो उसे भी जल्द सुधार कराना आसान होता है।
आवश्यक दस्तावेज और पात्रता
पीएम किसान योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को कुछ जरूरी दस्तावेज रखने होंगे। इसमें सबसे जरूरी है आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, भूमि से संबंधित कागजात और एक सक्रिय मोबाइल नंबर। बिना इन दस्तावेजों के किसान योजना का लाभ नहीं ले सकते।
योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को दिया जाता है जो खुद खेती करते हैं और जिनके पास कृषि योग्य जमीन है। जिन किसानों के पास जमीन नहीं है या जो कृषि कार्य से जुड़े नहीं हैं, वे इस योजना के दायरे में नहीं आते। इसलिए पंजीकरण से पहले सभी नियमों की जांच कर लेना जरूरी है।
अंत में यह ध्यान रखें
20वीं किस्त को लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सरकार इसकी तारीख की घोषणा करेगी। इस बीच किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपना ई-केवाईसी पूरा करें, वेबसाइट पर जाकर लाभार्थी स्थिति की जांच करें और आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें। ऐसा करके वे समय पर किस्त का लाभ ले सकेंगे।